फर्जी वसीयत से बेच दी करोड़ों की जमीन
तहसीलदार,पटवारी और बाबू निलंबित, तहसीलदार को कोर्ट में किया पेश किया कोर्ट ने पूछताछ के लिए दो दिन की रिमांड पर दिया, 6 आरोपी फरार
जबलपुर। फर्जी वसीयत बनाकर करोड़ों रुपए की जमीन हड़पने के मामले में गुरुवार को तहसीलदार हरिसिंह धुर्वे को विजय नगर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया था। शुक्रवार को तहसीलदार के साथ फर्जी वसीयत मामले में शामिल पटवारी जागेंद्र पिपरे और सहायक ग्रेड-3 अजय चौबे को कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने निलंबित कर दिया है। वहीं कलेक्टर ने तहसीलदार के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई के लिए प्रस्ताव कमिश्नर को भेजा प्रस्ताव के आधार पर कमिश्नर ने तहसीलदार को निलंबित किया। एफआईआर के बाद से ही 6 आरोपी फरार है। विजय नगर थाना पुलिस ने तहसीलदार हरिसिंह धुर्वे को आज जिला कोर्ट में पेश किया जहां से पूछताछ के लिए दो दिन की रिमांड ली गई है। शिवचरण पांडे की शिकायत पर अधारताल एसडीएम शैवाली सिंह ने जांच की आर पाया कि तहसीलदार,पटवारी और बाबू के साथ मिलकर कंप्यूटर आपरेटर दीपा दुबे ने फर्जी वसीयत तैयार कर करोड़ों रुपए की जमीन हड़प ली थी।
पटवारी संघ के जिलाध्याक्ष जांगेन्द्र पिपरे और अधारताल तहसील में पदस्थ सहायक ग्रेड-3 अजय चौबे को निलंबित कर दिया गया है। हालांकि सभी आरोपियों के साथ ये दोनों भी फरार है, जिन्हें कि विजय नगर थाना पुलिस तलाश कर रही है। मध्यप्रदेश सिविल सेवा नियम 1966 के नियम 9 (1) के तहत कार्रवाई की गई है। निलंबन के दौरान दोनों मझौली तहसील में रहेंगे। जांच के दौरान एसडीएन शैवाली सिंह ने पाया कि तहसीलदार हरिसिंह धुर्वे ने वर्तमान भू-स्वामी का नाम एकपक्षीय रुप से विलोपित कर दीपा दुबे व उसके दो भाई के नाम दर्ज कर दी थी। इस मामले पर तहसीलदार,पटवारी, बाबू सहित जमीन खरीदने वाले दो लोगों को भी आरोपी बनाया गया है।
*इनके खिलाफ एफआईआर हुई दर्ज*
*1* . हरि सिंह धुर्वे, तहसीलदार
*2* . जागेन्द्र पिपरे, पटवारी
*3* . दीपा दुबे, कंप्यूटर आपरेटर
*4* . रविशंकर चौबे
*5* . अजय चौबे, सहायक ग्रेड-3
*6* . हर्ष पटेल, एकता नगर
*7* . अमिता पाठक, विजय नगर