सम्भल हिंसा में कथित पत्रकार गिरफ्तार : मीडिया जिहादी निकला कथित पत्रकार
संभल हिंसा के बाद पुलिस ने क्यूआर कोड भेजकर हिंसा में मरने वालों के परिवार की मदद के नाम पर पैसा वसूलने व लोगों को पुलिस प्रशासन के खिलाफ भड़काने वाला एक कथित पत्रकार गिरफ्तार किया है।
*बाइट SP*
एसपी ने कहा कि अब इस बात की जांच होगी कि उसने अब तक कितना पैसा वसूला है और किन लोगों ने उसके खाते में पैसा जमा किया है।
संभल में 24 नवम्बर को जामा मस्जिद में हुए सर्वे के दौरान हिंसा के दौरान भारी पथराव के साथ ही फायरिंग व वाहनों को आग लगाने की घटना हुई थी। इस घटना में 4 लोगों की मौत हो गई थी। हिंसा के बाद से ही जहां संभल छावनी बना है, वहीं खुफिया विभाग लोगों की गतिविधियों पर नजर बनाये हुए हैं। संभल में जामा मस्जिद के नजदीक ही रहने वाले असीम रजा जैदी द्वारा सोशल मीडिया पर क्यूआर के साथ अपना वीडियो संदेश डालकर हिंसा में मरने वालों को शहीद बताकर उनके परिवारों की मदद के नाम पर पैसा वसूलने की बात सामने आई तो पुलिस सक्रिय हो गई थी। शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद पुलिस द्वारा असीम रजा जैदी को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई का कहना है कि असीम सोशल मीडिया पर वीडियो डालकर पैसा वसूलने के साथ ही हिंसा को लेकर लोगों को उकसाने का काम कर रहा था। असीम रजा जैदी लोगों से कह रहा था कि अभी भी वक्त है। सभी लोग इकठ्ठा होकर पुलिस प्रशासन की कार्रवाई का विरोध करें। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जांच में पता चला कि असीम खुद को देव केसरी अखबार का पत्रकार बताता था। उसके पास इस अखबार का आईडी कार्ड भी था। वहीं अखबार प्रबंधन ने बताया कि दो माह पहले अखबार ने असीम रजा जैदी को हटा दिया था। पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि असीम रजा की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि उसने अब तक कितना पैसा इकटठा किया है और किन लोगों ने उसके खाते में पैसा जमा किया है। एसपी ने कहा कि असमाजिक तत्वों पर पुलिस की पैनी निगाह है। कोई भी माहौल खराब करने का प्रयास करेगा तो उसके साथ सख्ती से निपटा जायेगा।
जनपथ दर्शन न्यूज चैनल के लिए चैनल हेड मनेन्दु पहारिया की रिपोर्ट।