सीएस ने वीसी के माध्यम से चिकित्सालयों में सुरक्षा संबंधी समीक्षा की
गौशालाओं में पशुओं को शिफ्ट करने के कार्य की सराहना हुई
भोपाल मध्य प्रदेश सरकार अस्पतालों में सुरक्षा को लेकर अलर्ट मोड पर है। इसे देखते हुए अचानक कलेक्टर, एसपी और सीएमएचओ की बैठक बुलाई गई। जिसमें मुख्य सचिव ने 2 घंटे के शॉर्ट नोटिस पर प्रदेश के कलेक्टर और एसपी को कोलकाता जैसी घटना से सबक लेने को कहा है।
तीन घंटे तक चली CS की क्लास
एमपी की मुख्य सचिव वीरा राणा ने आज गुरुवार को सुबह 10 बजे अचानक से प्रदेश में सभी कलेक्टर और एसपी को वीसी में मौजूद रहने के निर्देश दिए। मोबाइल से व्हाट्सअप पर मिले निर्देशों पर कलेक्टर और एसपी सारे काम छोड़कर 12 बजे वीसी बैठक में पहुंचे। करीब 3 घंटे तक सीएस की क्लास चली।
अधिकारियों को दिए ये निर्देश
सीएस वीरा राणा ने बैठक में दो टूक में अफसरों को कहा कि पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता जैसी घटना एपमी में नहीं होना चाहिए। अधिकारियों को निर्देश है कि सभी अस्पतालों में स्पेशल सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम हो, डॉक्टर्स को काम में कोई परेशानी नहीं आए। साथ ही उन्होंने बताया कि सभी जिलों में खुली सड़कों पर घूमने वाले मवेशियों को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलेगा। CS ने राजस्व से जुड़े मामलों में भी तत्काल निराकरण करने के निर्देश दिए है।
वीसी में माध्यम से छतरपुर जिले से डीआईजी ललित शाक्यवार, कलेक्टर पार्थ जैसवाल, एसपी अगम जैन सहित संबंधित अधिकारी जुड़े
मुख्य सचिव वीरा राणा की अध्यक्षता में गुरुवार को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से चिकित्सालयों में सुरक्षात्मक दृष्टिगत समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। वीसी में माध्यम से छतरपुर जिले से डीआईजी ललित शाक्यवार, कलेक्टर पार्थ जैसवाल, एसपी अगम जैन सहित संबंधित अधिकारी जुड़े रहे। मुख्य सचिव श्रीमती राणा ने जिलों के अस्पतालों एवं चिकित्सा महाविद्यालयों में महिला सुरक्षा को लेकर गहन चर्चा करते हुए कलेक्टर एवं सीएमएचओ को महिलाओं की सुरक्षा संबंधी सेफ्टी ऑडिट कराने के निर्देश दिए। उन्होंने हर संस्थान में बनी हुई विशाखा कमेटी की समीक्षा कर मजबूतीकरण करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने जिला अस्पताल में रात्रि में औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही अस्पताल में आने वाले डॉक्टर रोगियों एवं उनके परिजनों की भी सुरक्षा सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने स्वास्थ्य संस्थान सुरक्षा समिति का गठन करने और दैनिक आवाजाही के हिसाब से लाइट व्यवस्था सुरक्षा जोखिमों का नियमित मूल्यांकन करने, सीसीटीवी कैमरा मॉनिटर को सेंट्रलाइज्ड करने, रात्रि में पेट्रोलिंग बढ़ाने के निर्देश देते हुए कहा कि महिलाओं की सुरक्षा संबंधी कोई भी लापरवाही मान्य नहीं होगी। 17 सितंबर को औषधि केंद्र के संचालन के संबंध में भी निर्देश दिए। मुख्य सचिव द्वारा छतरपुर जिले में आवारा पशुओं को शिफ्ट करने के संबंध में चलाए जा रहे अभियान की सराहना करते हुए कहा 15 दिन का सघन अभियान चलाए। साथ ही 14 सितम्बर से 1 अक्टूबर तक स्वच्छता ही सेवा कैंपेन चलाए जाना है। जिसकी तैयारी के संबंध में दिशा निर्देश दिए गए।