ईश्वर से बड़ा कोई गुरु नही और ईश्वर के द्वारा बनाये मानव की सेवा ही सबसे बड़ी पूजा।रक्तवीर सेवा दल के अमित जैन ने बताया कि जिला अस्पताल में भर्ती प्रसूता को ब्लड की बेहद जरूरत थी,चूंकि ब्लड रेयर होने के कारण परिजन 2 दिन से परेशान हो रहे थे। ब्लड बैंक में उक्त ब्लड उपलब्ध नही था ऐसे में गायत्री मन्दिर परिवार के विनीत असाटी आंगे आये और गुरुपूर्णिमा के अवसर पर पीड़ित मानवता की सेवा के लिए अपने रेयर ब्लड ग्रुप ए निगेटिव के प्रथम रक्तदान से पीड़ित की जान बचाई।इन्होंने रक्तदान करते हुए सन्देश दिया कि रक्तदानी होना मानवता की निशानी है हम सभी को रक्तदान अवश्य करना चाहिए।