खुलेआम ग्रामीण क्षेत्रों में पनप रहा झोला छाप डॉक्टरों का धंधा
छतरपुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 15 जुलाई को प्रदेश के समस्त कलेक्टरों और सीएमएचओ को निर्देश दिए थे कि जो मान्यता प्राप्त डॉक्टर नहीं हैं उनकी जांच कर तत्काल कार्यवाही की जाये लेकिन छतरपुर में अभी तक न तो जिला प्रशासन ने कार्यवाही के निर्देश जारी किए हैं और न ही सीएमएचओ ने। जिससे झोला छाप डॉक्टरों का धंधा बराबर पनप रहा है और वह इस भीषण गर्मी में मरीजों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। पूरे जिले में झोला छाप डॉक्टरों का बोलबाला है। बड़ामलहरा में गंज रोड पर एक बंगाली डॉक्टर क्लीनिक खोल कर मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहा है। भले ही उसने प्रशासन की नजरों से बचने के लिए ऐसी जगह क्लीनिक डाली है जिससे किसी की नजर न पड़ सके। इसी तरह बड़ामलहरा क्षेत्र में ही दरगुवां पंचायत में भी झोला छाप डॉक्टर का क्लीनिक खुलेआम चल रहा है। वह केवल मरीजों को दवा ही नहीं दे रहे बल्कि इंजेक्शन और बोतल भी लगा रहे हैं। इसी ग्राम पंचायत में एक और बंगाली डॉक्टर अपनी क्लीनिक चलाकर मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहा है। इसी तरह जिला मुख्यालय छतरपुर में भी जगह-जगह झोलाछाप डॉक्टरों की क्लीनिक चल रहे हैं जिन पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की छत्र छाया बनी हुई है। इसीलिए मुख्यमंत्री के आदेश को तवज्जो नहीं दी जा रही ।