कल रक्षाबंधन पर सुबह से दोपहर 1.30 बजे तक भद्रा
रक्षाबंधन पर शिव जी को चढ़ाएं रक्षासूत्र, राशि अनुसार करें शिव पूजा और अनाज का करें दान
आज सोमवार, 19 अगस्त को रक्षाबंधन पर दोपहर 1.30 बजे तक भद्रा रहेगी। इस कारण राखी बांधने का मुहूर्त 1.30 बजे के बाद ही शुरू होगा। रक्षाबंधन पर भद्रा के अलावा मुहूर्त के लिए चौघड़िया, लग्न या किसी भी तरह का विशेष काल नहीं देखा जाता है।
भद्रा खत्म होने के बाद से सूर्यास्त तक बहनें कभी भी अपने भाइयों को राखी बांध सकती हैं। वैसे तो रात में रक्षाबंधन करने का विधान किसी ग्रंथ में नहीं है, लेकिन किसी वजह से दिन में रक्षाबंधन नहीं मना पा रहे तो सूर्यास्त के बाद भी राखी बांधने की परंपरा है।
*रक्षाबंधन पर शिव जी को चढ़ाएं रक्षासूत्र, राशि अनुसार करें शिव पूजा और अनाज का करें दान*
कल सावन मास की अंतिम तिथि पूर्णिमा और रक्षाबंधन मनाया जाएगा। सावन पूर्णिमा पर शिव जी को भी रक्षासूत्र चढ़ा सकते हैं। माना जाता है कि अपने इष्टदेव को रक्षासूत्र चढ़ाने से हमारी समस्याएं दूर हो सकती हैं।
जबलपुर के ज्योतिषाचार्य डॉक्टर चंद्रशेखर शास्त्री जी महाराज के मुताबिक, सावन पूर्णिमा पर शिव जी पूजा राशि अनुसार करेंगे तो कुंडली के ग्रह दोष शांत हो सकते हैं। इस दिन पूजा-पाठ के साथ ही दान-पुण्य भी जरूर करें। अनाज, धन, कपड़े, छाते, जूते-चप्पल का दान करें। किसी गौशाला में गायों की देखरेख के लिए धन दान करें।
*जानिए राशि अनुसार शिव पूजा कैसे कर सकते हैं…*
*मेष* – ये लोग शिवलिंग का दही से अभिषेक करें और लाल गुलाल चढ़ाएं।
*वृषभ* – शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं और नंदी की भी विशेष पूजा करें।
*मिथुन* – गणेश जी, शिव जी और देवी पार्वती का अभिषेक करें। शिव जी को बिल्व पत्र और गणेश जी को दूर्वा चढ़ाएं।
*कर्क* – शिवलिंग का कच्चे दूध से अभिषेक करें। सफेद आंकड़े के फूल चढ़ाएं।
*सिंह* – शीतल जल से शिवलिंग का अभिषेक करें। इस दौरान ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जप करते रहें।
*कन्या* – शिवलिंग पर मूंग चढ़ाएं। मूंग के हलवे का भोग लगाएं।
*तुला* – शिवलिंग पर सफेद वस्त्र अर्पित करें। देवी पार्वती को श्रृंगार सामग्री चढ़ाएं।
*वृश्चिक* – ये लोग शिवलिंग पर लाल फूल और लाल गुलाल चढ़ाएं।
*धनु* – ये लोग शिवलिंग पर पीले फूल चढ़ाएं।
*मकर* – इस राशि के लोग शिवलिंग पर काले तिल और नीले फूल चढ़ाएं।
*कुंभ* – ये लोग जल में काले तिल मिलाकर शिव जी का अभिषेक करें।
*मीन* – शिवलिंग पर चंदन का लेप करें और बेसन के लड्डू का भोग लगाएं।