खानगाह में चलाता हूं हुकूमत:
पुलिस ने पहले लाठी चार्ज किया
पुलिस ने पत्थर बरसाए:
पुलिस की गिरफ्त से दूर खास मीडिया से मिलकर आराम से इंटरव्यू दे रहा शहजाद
हाजी शहजाद कोतवाली पुलिस पर हमले का मास्टरमाइंड है। पत्रकारों को मिल गया लेकिन पुलिस को नही।
शहजाद का मीडिया को दिया इंटरव्यू अपने आप में बहुत सवाल पैदा कर रहा है पहला पुलिस से भी ज्यादा सक्रिय पत्रकार कोन है जो पुलिस के पहले मास्टरमाइंड तक पहुंच गया।
दूसरा अपने आप को समाजसेवी कहने बाला बुल्ले जैन की हत्या का आरोपी सजायाफ्ता मुजरिम है।
प्रशासन के होते हुए ये अपनी समानांतर सरकार चलाते है जिसे खान गाह का नाम दिए है।
छतरपुर पुलिस एवम जिला प्रशासन के लिए ये इंटरव्यू एक चुनौती है साथ ही बह मीडिया का व्यक्ति जिसने पुलिस को जानकारी न देकर स्वयं इंटरव्यू लिया। उसे भी अपराधी की जानकारी छिपाने में दोषी मानकर तत्काल कार्यवाही की जावे।
क्या कुछ मीडिया इन अपराधियों के साथ अभी भी संपर्क में है?