मंडी में नहीं लग रही मूंगफली की डाक, किसानों को हो रहा नुकसान
छतरपुर। कृषि उपज मंडी छतरपुर में खरीफ की विभिन्न फसलें बिक्री के लिए आ रही हैं। मंडी बोर्ड के निर्देशानुसार जो भी फसल मंडी प्रांगण में बिक्री के लिए आए उसकी डाक लगनी चाहिए लेकिन देखा यह जा रहा है कि कई दिनों से मूंगफली की बिक्री मंडी में बिना डाक के हो रही है जिसका किसानों ने विरोध भी किया लेकिन किसानों के विरोध का कोई असर नहीं पड़ा। बिना डाक के मूंगफली की खरीदी होने से किसानों को आर्थिक नुकसान तो हो ही रहा है साथ ही मंडी बोर्ड को भी होने वाले राजस्व की क्षति पहुंचाई जा रही है। जबकि अन्य फसलों उड़द, सोयाबीन की डाक मंडी में लगाई जाती है। चर्चा है कि शहर में कई जगह व्यापारियों ने मूंगफली फोड़ कर दाना निकालने की फैक्ट्री लगा रखी हैं। जिससे ऐसे व्यापारियों ने मंडी कर्मचारियों से सीधे सांठगांठ बना ली है और मंडी कर्मचारियों को आर्थिक लाभ पहुंचा कर व्यापारी सीधे बिना डाक के मूंगफली खरीद रहे हैं। शहर के सटई रोड, पन्ना रोड में जगह-जगह मूंगफली के भरे हुए वाहन खड़े रहते हैं। इसके अलावा यह भी चर्चा है कि कुछ लोग बीज का रजिस्ट्रेशन कराये हुए है और वह उन्नतशील बीज के नाम पर छतरपुर के ही किसानों की मूंगफली खरीद कर कृषि विभाग को बीज के रूप में सप्लाई करते हैं और कृषि विभाग बीज के समय 40 रुपये किलो बिकने वाली मूंगफली को 90 रुपये किलो बेचता है। यही कारण है कि किसान को मूंगफली खरीदी में आर्थिक नुकसान पहुंचाया जा रहा है जबकि इस वर्ष मूंगफली की रिकॉर्ड तोड़ पैदावार हुई है और बाजार में अन्य वर्षों की अपेक्षा मूंगफली का रेट भी कम है। 35 रुपये से 40 रुपये किलो मूंगफली की खरीदी हो रही है। रेट कम होने पर किसान माथा पीट रहा है और उसकी लागत भी नहीं निकल रही है।
इनका कहना
मैंने शनिवार को मंडी में बैठक ली थी तो बताया गया था कि कुछ समस्या आ रही है। किसान बोरियों में नीचे खराब मूंगफली भरकर आते हैं। इस कारण डाक नहीं लग पा रही है। अब जल्द ही मंडी में मूंगफली की डाक लगाई जायेगी।
अखिल राठौर, एसडीएम छतरपुर एवं भार साधक अधिकारी कृषि उपज मंडी
जनपथ दर्शन न्यूज़ चैनल के लिए हरिओम अग्रवाल