जिले में खाद का संकट का कारण कालाबाजारी तो नहीं?
जिले में किसानों को खाद आसानी से उपलब्ध हो इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा किए जा रहे प्रयास पर्याप्त नहीं नहीं है खाद का संकटबर कार है खाद के लिए किसानों को मारामारी और खून तक बहाना पड़ रहा है। जिले में जब खाद्य संकट है तो प्राइवेट डीलरों और खाद की दुकानों पर खाद आसानी से उपलब्ध क्यों हो रही है सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस बार जिले में माधव सेल्स कंपनी द्वारा सबसे ज्यादा का का वितरण किया गया है जबकि इस बार कारगिल कंपनी की खाद पूरी मध्य प्रदेश में नहीं आई जानकारी के अनुसार एमपी एग्रो और अन्य शासकीय खाद्य वितरण केदो में खाद का जो रेट है उससे उससे ज्यादा रेट 1500 से 18 सो रुपए में भी प्राइवेट खाद्य दुकानों पर खाद आसानी से उपलब्ध हो रही है अगर खाद का संकट है तो फिर प्राइवेट डीलरों और दुकानदारों को खाद कहां से उपलब्ध हो रही है? सटई रोड पर ग्रीन एं व्यू कॉलोनी के सामने, प ठापुर और देरी रोड पर जो दुकाने हैं वहां आसानी से खाद उपलब्ध हो रही है ईसानगर में संचालित दुकानों पर भी खाद संकट नहीं है कहीं ऐसा तो नहीं की खाद वितरण करने वाले अधिकारियों और प्राइवेट डीलरों और दुकानदारों के बीच सांठ गांठ के चलते खाद संकट बना हुआ है। इस पूरे मामले में जिला कलेक्टर को इस बात की जांच करवाना चाहिए कि आखिर प्राइवेट डीलरों को खाद कहां से आसानी से उपलब्ध हो रही है और अब तक इन वितरण केंद्र द्वारा कितनी खाद बेची जा चुकी है वह कहां से उपलब्ध हुई हैl जांच इस बात की भी होना चाहिए कि शासकीय वितरण केन्दो पर खाद कम भेजी जा रही है या फिर यहां पर भी कालाबाजारी के चलते खाद्य संकट दिख रहा है क्योंकि कुछ किसानों का आरोप है कि इन वितरण केदो पर दलाल सक्रिय है जो अपने चहेतो को अधिक राशि लेकर आसानी से खाद उपलब्ध करा देते जिन्हें लाइन में भी नहीं लगना पड़ता साथ ही पी ओ एस मशीन के माध्यम से भी खाद वितरण में गड़बड़ घोटाला हो रहा है किसानों को खाद्य वितरण की पर्ची नहीं दी जा रही है अंगूठा लगवा कर कितनी खाद दी गई इसकी पर्ची नहीं दी जाती और बाद में पर्ची को फाड़ कर फेंक दिया जाता है । सच्चाई जो भी हो परंतु यह बात आवश्यक है कि किसानों को खाद की परेशानी हो रही है जिसका कारण कृषि विभाग के अधिकारी ही जान रहे होंगे ।जिला कलेक्टर को अब इस पूरे मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए खास संकट के लिए दोषियों पर कार्यवाही करना चाहिए