पार्किंग ठेकेदार द्वारा वाहनों से की जा रही अवैध वसूली
10 पहिया वाहन से 100 रुपये निर्धारित होने के बाद भी वसूले जा रहे 200 रुपये
छतरपुर। नगर पालिका द्वारा शहर के अंदर प्रवेश होने वाले वाहनों से वसूली के लिए ठेका दिया गया है। 17 सितंबर 2024 को प्रथम पक्ष मुख्य नगरपालिका अधिकारी और द्वितीय पक्ष मेसर्स सार्थक इंटरप्राइजेज के बीच बस स्टैंड क्रमांक 1 एवं 2 से वाहन विराम संपूर्ण नगरपालिका सीमा क्षेत्र पार्किंग शुल्क वसूल करने का कब्जा 25 सितंबर 2024 से 31 मार्च 2025 तक मेसर्स सार्थक इंटरप्राइजेज को दिया गया है। नगर पालिका द्वारा जो राशि वाहनों से वसूली के लिए निर्धारित की गई है उसमें बस स्टैंड उपभोक्ता प्रभारी, पार्किंग फीस शामिल है जिसमें प्रतिवर्ष 24 घंटे में 20 रुपये, पिकअप, ट्रैक्टर- ट्रॉली 25 रुपये, ट्रक 6 पहिया 50 रुपये और ट्रक 10 पहिया 100 रुपये शुल्क निर्धारित किया गया है लेकिन इसके बावजूद भी ठेकेदार के कर्मचारियों द्वारा वाहनों से मनमानी राशि वसूली जा रही है। रसीद नगरपालिका परिषद के नाम पर दी जा रही है। 25 सितंबर से वाहनों से पार्किंग वसूली के लिए अधिकृत किया गया है लेकिन 1 अक्टूबर 2024 को पार्किंग शुल्क के नाम पर एक ट्रक क्रमांक यूपी 75 एटी 3054 से 200 रुपये वसूल किए गए और बुक नंबर 14, रसीद नंबर 54 द्वारा 200 रुपये लिए गए और यह रसीद भी वाहन चालक को दी गई। आश्चर्यजनक बात तो यह है कि जब नगरपालिका ने ट्रकों से वसूली के लिए 100 रुपये की राशि निर्धारित की है तो फिर ठेकेदार के आदमियों द्वारा नियम विरूद्ध वाहनों से राशि क्यों वसूली जा रही है। इसी तरह एक ट्रक क्रमांक एनएल 01 ए बी 5699 से भी 200 रुपये वसूल किए गए। इस वाहन के चालक रमेश कुमार द्वारा विरोध भी किया गया लेकिन ठेकेदार के गुर्गों द्वारा यह अवैध वसूली निरंतर की जा रही है। जबकि नगर पालिका से जो अनुबंध किया गया है उस अनुबंध के बिन्दु क्रमांक 6 में स्पष्ट है कि नगर पालिका द्वारा नगरपालिका द्वारा जारी रसीदों द्वारा ही वसूली की जायेगी, अन्य किसी भी रसीदों से वसूली करते पाये जाने पर ठेका निरस्त कर दिया जायेगा। बिन्दु क्रमांक 4 में भी स्पष्ट किया गया है कि ट्रक से 100 रुपये से ज्यादा वसूल नहीं किया जायेगा। फिर यह अवैध वसूली किसके सह पर चल रही है। क्या नगरपालिका द्वारा 200 रुपये की रसीद प्रिंट करवा कर दी गई है यदि नहीं दी गई तो क्या फर्जी रसीदों के माध्यम से वसूली की जा रही है। इस बात की नगरपालिका सीएमओ को जांच करानी चाहिए और दोषी पाये जाने पर ठेका निरस्त किया जाना चाहिए।
इनका कहना
अवैध वसूली की शिकायत मिलने पर मैंने ठेकेदार को नोटिस दिया है कि शर्तों के उल्लंघन पर क्यों न आपका ठेका निरस्त किया जाये। जवाब मिलते ही कार्यवाही की जायेगी।
दिनेश तिवारी, सीएमओ