छतरपुर। अमृत परियोजना के अंतर्गत शहर के कई वार्डों में पानी की सप्लाई की जा रही है। लेकिन एक सप्ताह से पाईप लाइन के जरिए दूषित पानी की सप्लाई होने से शहरवासी परेशान हैं। इससे बीमारियों के फैलने की संभावना बनी हुई है। नगरपालिका में शिकायत करने के बावजूद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अमृत जल परियोजना के प्रभारी उपयंत्री गोकुल प्रजापति की मनमानी चल रही है। वह इस संबंध में किसी का फोन भी रिसीव नहीं करते हैं। यदि एक जिम्मेदार कर्मचारी आम जनता व किसी का फोन रिसीव न करे तो यह माना जायेगा कि वह अपनी जिम्मेदारियों से मुकर रहा है। शहर के 38, 39 वार्डों में तो एक सप्ताह से गंदा पानी आ रहा है। जब इस संबंध में पानी सप्लाई करने वाले कर्मचारी से बात की जाती है तो उनका कहना होता है कि जैसा पानी ऊपर से आ रहा है वैसा हम सप्लाई कर रहे हैं इसकी शिकायत नगरपालिका में करें। लेकिन अमृत जल परियोजना के प्रभारी उपयंत्री गोकुल प्रजापति पूरी तरह से निष्क्रिय नजर आ रहे हैं। डॉक्टरों के अनुसार दूषित पानी स्वास्थ्य के लिए बहुत ही नुकसानदायक है लेकिन मजबूरी में लोगों को दूषित पानी पीना पड़ रहा है क्योंकि उनके पास कोई जल के कोई स्रोत भी नहीं हैं।
इनका कहना
बारिश के पानी के कारण सर्वडिटी बढ़ी हुई है। प्रोपर हम इसको चेक करवा लेते हैं यदि कोई और चीजें बढ़ी हुई हैं तो उसकी जांच करा लेंगे। जांच में जो तत्व बढ़े पाये जायेंगे उसी आधार पर सुधार किया जायेगा।
माधुरी शर्मा, सीएमओ नगरपालिका