छतरपुर। भगवान श्रीकृष्ण समस्त संसार के गुरु हैं,गीता के माध्यम से उन्होंने अर्जुन को जो भी ज्ञान दिया वह जगत के समस्त प्राणियों के कल्याण के लिए है, इसीलिए उनकी जगद्गुरु के रूप में वंदना की जाती है,गांव की देवी मंदिर में आयोजित गुरु पूजन समारोह पर शिष्यों को संबोधित करते हुए मैहर से पधारे भागवत उपासक संत डॉ प्रभु दयाल जी गौतम ने कहा कि गुरु का ज्ञान संकुचित अर्थ में नहीं है, अपितु उसका आशय तो सभी के कल्याण के लिए है, इस अवसर पर उपस्थित सैकड़ों शिष्यों ने उनकी चरण वंदना कर आशीर्वाद प्राप्त किया। डॉ प्रभु जी ने कहा कि गुरु पूर्णिमा का महत्व इसलिए अधिक है क्योंकि इसमें व्यक्ति गुरु द्वारा बताए गए ऐसे ज्ञान को अपने अंदर स्थापित कर सकता है जो उसके खुद के और समस्त संसार के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करें, उन्होंने विभिन्न शास्त्रों की व्याख्या करते हुए गुरु पूर्णिमा के महत्व पर प्रकाश डाला और सभी से भगवान श्री कृष्ण द्वारा बताए गए सदमार्ग पर चलने का आग्रह किया,लखन लाल असाटी,एडवोकेट दीपक नायक भोपाल,प्रमोद असाटी बल्देवगढ़,गांव की देवी मंदिर के पुजारी संतोष मिश्रा,लक्ष्मण प्रसाद असाटी,दिनेश बाबू असाटी,अमित गुप्ता ऊजरा,प्रकाश पहारिया,मुकेश ताम्रकार,ओमप्रकाश डेंगरे,बैजनाथ तिवारी,अनिल कुमार गुप्ता,राहुल असाटी भगवा,सूबेदार बृजेश असाटी,आशीष असाटी जय बजरंग,प्रशांत असाटी, शिवम गोस्वामी,संतोष असाटी मातगवा,उमाशंकर मुन्ना असाटी, परशुराम द्विवेदी,बृजेंद्र द्विवेदी, राघवेंद्र द्विवेदी,हरचरण अवस्थी,हरगोविंद असाटी,प्रदीप चौधरी,डॉ राम जी अग्रवाल, आशुतोष गोस्वामी,वेदांत असाटी, दीपक असाटी भगवा,अखिलेश असाटी,अमित असाटी,रामगोपाल पांडे,चंद्रकांत कुडेरिया, दिनेश अग्रवाल गुलगंज,देवेंद्र डेंगरे, रिटायर्ड राजस्व निरीक्षक केएस त्रिपाठी,मृत्युंजय पहारिया,अमन असाटी,मयंक असाटी,श्रीमती कुसुम अवस्थी,आशाअसाटी,चमेली तिवारी,रमा असाटी,विभा असाटी,शीला पांडे,अंजली पाठक,विनीता असाटी,रामकली असाटी,रीता असाटी,सुधा असाटी, रेखा असाटी,अर्चना नायक, निशा द्विवेदी,प्रभा रैकवार,ज्योति वर्मा, ममता गुप्ता सहित सैकड़ो शिष्यों ने गुरु पूजन करने के बाद सामूहिक रूप से आरती की, डॉ प्रभुजी और उनके पुत्र वेदांत गौतम द्वारा सभी शिष्यों को प्रसाद दिया गया, उसके बाद वह बड़ा मलहरा के लिए प्रस्थान कर गए।