संकट मोचन संकट मोचन छतरपुर में स्थित गोपाल टोरिया पर असामाजिक तत्वों का कब्जा। मंदिर की पवित्रता एवम सुरक्षा खतरे में।
छतरपुर जिले में अब मंदिर भी सुरक्षित नहीं है सामाजिक तत्वों और विधर्मियों ने किया चारों तरफ कब्जा। आसामाजिक तत्वों एवं गुंडो से परेशान है गोपाल टोरिया के पंडित दुर्गेश दुबे।
छतरपुर जिला चारों ओर से विभिन्न पहाड़ियों से घिरा हुआ है अधिकांश पहाड़ियों को प्राचीन काल में संरक्षित करने के उद्देश्य से मंदिरों का निर्माण किया गया जहां पर भरपूर हरियाली एवं प्राकृतिक वातावरण रहा करता था।
वर्तमान में अधिकांश पहाड़ियों पर आसामाजिक तत्वों ने अपना कब्जा कर रखा है। पहले कच्चा एवं बाद में पक्का निर्माण कर लिया है।
इसी प्रकार छतरपुर में संकट मोचन के पास स्थित गोपाल टोरिया के आसपास भी आसामाजिक तत्वों द्वारा कब्जा कर मंदिर की पवित्रता को खत्म किया जा रहा है साथ ही मंदिर के पुजारी के साथ अभद्रता एवं गुंडागर्दी करने से भी नहीं चूकते हैं।
जब हमारे संवाददाता हरिओम अग्रवाल गोपाल टोरिया पर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि मंदिर जाने की सीढ़ियों पर भी सामाजिक तत्वों द्वारा भवन निर्माण कर कब्जा कर लिया गया है।
मंदिर जाने का रास्ता अतिक्रमण के कारण अत्यंत संकीर्ण हो चुका है एवं दर्शन जाने हेतु एक भय का वातावरण बना रहता है इस संबंध में जब हमारे संवाददाता ने गोपाल टोरिया के पुजारी दुर्गेश दुबे से चर्चा की तो उन्होंने अपनी व्यथा से अवगत कराया साथ ही उन्होंने नियमित रूप से कुछ युवकों द्वारा जो की अपराधिक प्रवृत्ति के हैं एवम जिनके पास हथियार आदि रहते हैं द्वारा धमकाने, गाली गलौज करने एवं जान से मारने तक की धमकी दिए जाने की बात कही।
दुर्गेश दुबे ने पार्षद पर भी गंभीर आरोप लगाए है।
दुर्गेश दुबे ने प्रशासन से मंदिर की सुरक्षा, गोपाल टोरिया को अतिक्रमण मुक्त करने एवं मंदिर की पवित्रता बनाए रखने हेतु इन आसामाजिक तत्वों पर तत्काल कार्रवाई करने एवम उन्हें सुरक्षा देने की मांग प्रशासन से की है।
जनपथ दर्शन न्यूज चैनल के लिए हरिओम अग्रवाल की रिपोर्ट।