प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद खाद के लिए मारामारी जारी। कैसे होगा खाद संकट का समाधान? कालाबाजारी के चलते किसान खाद के लिए परेशान
जिले में खाद का संकट कैसे दूर हो इसके लिए प्रशासन द्वारा तमाम प्रयास किए जा रहे हैं जिला कलेक्टर पार्थ जायसवाल के निर्देशन के बाद खाद माफिया पर firभी दर्ज की गई सीधे सोसाइटियों के माध्यम से खाद्य वितरण हो इसके प्रयास शुरू किए गए इसके बावजूद किसानों को आसानी से खाद नहीं मिल पा रहा है पूरे जिले में खाद्य संकट बरकरार दिख रहा है सोमवार को सटई रोड पर स्थित खाद वितरण केंद्र में पुरुष और महिलाएं खाद के लिए लाइन में लगी रही परंतु खाद न मिलने के कारण विवाद की स्थिति भी बनी जानकारी लगते ही एसडीम अखिल राठौर तहसीलदार संदीप तिवारी और सिविल लाइन टी बाल्मिक चौबे मौके पर पहुंचे और खाद्य सबको आसानी सुलभ हो इसके प्रयास शुरू किए मौके पर मौजूद किसानों का कहना था कि खाद की कालाबाजारी के चलते खाद आसानी से उपलब्ध नहीं हो पा रहा है हम लोग सुबह 4 और 5 बजे से लाइन में लगे हुए हैं फिर भी 6-6 घंटे लाइन में लगे रहने के बावजूद खाद नहीं मिल रहा जिले के लवकुश नगर क्षेत्र से भी खाद के लिए किसानों ने जाम लगा दिया यहां पर खाद के लिए किसानों का विवाद भी हुआ मौके पर प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस ने पहुंचकर किसानों को समझाइए देकर मामले को शांत करायाlआखिर इतनी खाद आने के बावजूद पूरे जिले में खाद्य संकट बरकरार क्यों है इसका मुख्य कारण खाद ब्लैक में बिक रही है यह सामने आ रहा है ईसानगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक दुकानदार द्वारा खुलेआम खाद ब्लैक में बेचा जा रहा है नौगांव क्षेत्र में एक साहू व्यक्ति द्वारा भी खाद ब्लैक में बेची जा रही है एक बोरी खाद ब्लैक में 1700 से 18 सो रुपए मैं बिक रही है। खाद्य संकट खत्म हो किसानों को आसानी से खाद उपलब्ध हो सके इसके लिए जिला कलेक्टर पार्थ जायसवाल की शक्ति के साथ- साथ कृषि विभाग के अधिकारियों को जिम्मेदारी से अपना कर्तव्य निर्वाह करना होगा जब तक खाद की कालाबाजारी जारी रहेगी खास संकट इसी प्रकार बरकरार रहेगा और किसानों को खाद के लिए जद्दोजहद करनी पड़ेगी