दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट पहनने से कई लाभ होते हैं, जो दुर्घटना की स्थिति में सवारों को सुरक्षित रहने में मदद कर सकते हैं। हेलमेट का प्राथमिक कार्य दुर्घटना की स्थिति में चालक एवं सवार व्यक्ति के सिर और मस्तिष्क को चोट से बचाना है।
पुलिस अधीक्षक छतरपुर श्री अगम जैन द्वारा नवाचार करते हुवे जिला मुख्यालय छतरपुर में महाराजा छत्रसाल चौराहा स्थित हेलमेट बैंक सेवा का फीता काटकर शुभारंभ किया गया था। जन सहयोग से हेलमेट बैंक सेवा का शुभारंभ हुआ है। इस सेवा का मुख्य उद्देश्य यह है कि दो पहिया वाहन चालक घर से लोकल में किसी काम से निकलता है और वह हेलमेट भूल जाता है और उसे अन्य स्थानों पर जाना होता है तो वह घर वापस ना जाकर समय की बचत करते हुवे हेलमेट बैंक सेवा से वहां का रजिस्ट्रेशन नंबर आधार कार्ड नंबर रजिस्टर में प्रविष्टि कर हेलमेट आसानी से निशुल्क प्राप्त करें, और कार्य पूर्ण होने पर वापस आते समय हेलमेट 24 घंटे के अंदर जमा कर देंवे।
दिनांक 12 जुलाई को हेलमेट बैंक सेवा का शुभारंभ हुआ था, 6 दिनों में लगभग 55 से अधिक व्यक्ति इस सेवा का लाभ ले चुके हैं।
छतरपुर पुलिस ने सड़क सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हेलमेट बैंक की शुरुआत की, जिसमें अब जिले के विभिन्न संस्था, समाजिक संगठन भी आगे आकर पुलिस को सहयोग कर रहे हैं। इस अभियान में डॉ. पाठक हॉलिस्टिक क्योर (Dphc) एवं श्री योग एंड हेल्थ आर्गेनाइजेशन की तरफ से भारतीय मानक संस्थान ISI मार्क द्वारा प्रमाणित 10 हेलमेट भेंट किए गए।